गुड फ्राइडे क्या है
गुड फ्राइडे:- ईसाई धर्म के सबसे महत्वपूर्ण पर्वों में से एक, गुड फ्राइडे हर साल ईस्टर रविवार से पहले शुक्रवार को मनाया जाता है. इस दिन को शुभ शुक्रवार (Good Friday) कहते हैं, लेकिन यह खुशी मनाने का दिन नहीं है। बल्कि प्रभु यीशु मसीह के बलिदान को याद करने का पवित्र दिन है।
गुड फ्राइडे का क्या महत्व है? (Significance of Good Friday)
ईसाई मान्यता के अनुसार, यीशु मसीह मानव जाति के पापों के लिए धरती पर आए थे। उनका मानना है कि यीशु ने अपना पूरा जीवन मानवता की सेवा में लगाया और लोगों को प्रेम, करुणा और क्षमा का संदेश दिया। गुड फ्राइडे के दिन को इसलिए महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इसी दिन यीशु मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था। यरूशलेम में स्थित गोलगोथा पहाड़ी पर उन्हें क्रूस पर लटकाया गया था। ईसाई मानते हैं कि यीशु ने मानव जाति के पापों का प्रायश्चित करने के लिए स्वेच्छा से यह यातना सहीं. उनके इस बलिदान को ईसाई धर्म में सर्वोच्च त्याग के रूप में देखा जाता है।
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गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है? (Why We Celebrate Good Friday)
गुड फ्राइडे को यूं तो शुभ शुक्रवार कहा जाता है, लेकिन यह खुशी मनाने का दिन नहीं है। इस दिन को ईसाई समुदाय यीशु मसीह के बलिदान को याद कर शोक मनाता है। इस दिन चर्चों में विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाती हैं, जिनमें यीशु के जीवन, उनके उपदेशों और उनके बलिदान को याद किया जाता है। कई चर्चों में क्रॉस (यीशु को सूली पर चढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया गया प्रतीक) को सजाया जाता है और लोग श्रद्धा से उसे चूमते हैं। कुछ जगहों पर इस दिन जुलूस भी निकाले जाते हैं। जिनमें यीशु के अंतिम संस्कार का नाट्य रूपांतरण किया जाता है। इन जुलूसों में शामिल लोग काले वस्त्र पहनते हैं और शोक व्यक्त करते हैं। गुड फ्राइडे का महत्व सिर्फ यीशु के बलिदान को याद करने तक सीमित नहीं है। यह दिन हमें उनके उपदेशों को याद करने और अपने जीवन में अपनाने का भी अवसर देता है। यीशु ने अपने जीवनकाल में प्रेम, करुणा, क्षमा, त्याग और अहिंसा का संदेश दिया था। गुड फ्राइडे हमें यही संदेश याद दिलाता है कि हमें भी अपने जीवन में इन मूल्यों को अपनाना चाहिए।
गुड फ्राइडे से जुड़ी परंपराएं (Traditions Associated with Good Friday)
ईसाई समुदाय में गुड फ्राइडे से जुड़ी कई परंपराएं हैं. इनमें से कुछ प्रमुख परंपराओं के बारे में नीचे बताया गया है:
उपवास (Fasting): गुड फ्राइडे से पहले के 40 दिनों को लेंट (Lent) के रूप में मनाया जाता है. इस दौरान ईसाई समुदाय के लोग उपवास रखते हैं या सादा भोजन करते हैं। माना जाता है कि यह उपवास यीशु द्वारा जंगल में बिताए गए 40 दिनों की याद दिलाता है।
प्रार्थना सभाएं (Prayer Meetings): गुड फ्राइडे के दिन चर्चों में विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाती हैं. इन सभाओं में यीशु के जीवन, उनके उपदेशों और उनके बलिदान को याद किया जाता है। भजन गाए जाते हैं और बाइबल से पाठ पढ़ा जाता है।
क्रॉस का सम्मान (Veneration of the Cross): कई चर्चों में क्रॉस को सजाया जाता है और श्रद्धालु उसे छूकर या चूमकर अपना सम्मान व्यक्त करते हैं। क्रॉस यीशु के बलिदान का प्रतीक है और इस तरह उसका सम्मान किया जाता है।
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