विराट कि अनसुनी कहानी : Virat Kohli

Namastay News
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Virat Kohli : क्रिकेट जगत के शीर्ष बल्लेबाजों में लखड़ किया विराट अपनी तूफानी बल्लेबाजी और डैशिंग लुक के कारण यह युवाओं एवं लड़कियों के बीच खासियत पसंद किए जाते हैं

भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीम के तीनों फॉर्मेट टेस्ट वनडे एवं T20 के कप्तान है इनका कद 5 फीट 9 इंच है यह दाहिने हाथ के बल्लेबाज हैं अब तक वह टेस्ट 179 एक दिवसीय एवं 48 T20 खेल चुके हैं जिनमें उन्होंने 43 शतक 69 अर्धशतक अपने नाम किए हैं

Virat Kohli

टेस्ट में उनका सर्वाधिक स्कोर 235 एक दिवसीय क्रिकेट में 183 एवं T20 में रहा है ऐसी प्रतिभाशाली व्यक्तित्व के पीछे हमेशा ही कड़ी मेहनत और होता है जिसे आज हम सभी को जानने का मौका मिला है लिए जाने विराटको विराट का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली की एक पंजाबी फैमिली में हुआ इनके पिता प्रेम कोहली थे एवं माता सरोज कोहली

उनकी मां का कहना है कि कोहली को बचपन से ही क्रिकेट का शौक था वे बचपन से ही अपने पिता एवं भाई विकास कोहली के साथ क्रिकेट खेला करते थे उनकी एक बड़ी बहन भी है जिनका नाम भावना कोहली है विराट की प्राथमिक शिक्षा विशाल भारती पब्लिक स्कूल से हुई 9 वर्ष की आयु में विराट के पिता को उनके पड़ोसी ने सलाह दिए विराट के हुनर को ऐसे बर्बाद ना करें उसे प्रोफेशनल ट्रेनिंग दिलवाएं

तब पिता ने विराट को दिल्ली क्रिकेट अकादमी में दाखिला दिलाया यहां विराट को अपने जीवन के पहले कोच राजकुमार शर्मा मिले जिन्होंने विराट का जीवन बदल दिया विराट को चीकू नाम इन्हीं ने दिया था नौवीं कक्षा में विराट ने अपना स्कूल बदलकर सीनियर कान्वेंट में दाखिला लिया ताकि उन्हें क्रिकेट प्रैक्टिस में आसानी हो सके कोहली ने 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी वे कभी कॉलेज नहीं गए

Virat Kohli

इसके बाद उन्होंने अपना पूरा समय अपने खेल को ही दिया वर्ष 2002 में विराट ने अंदर 15 के लिए दिल्ली से खेलने की शुरुआत की इसके बाद वर्ष 2004 में भी अंदर 17 के लिए चुने गए यहां से उनकी काबिलियत उभर कर सामने आई जिसकी बात वर्ष 2006 में भारत की अंदर-19 में उनका सिलेक्शन हो गया

इस वनडे सीरीज में विराट ने इंग्लैंड में मैच खेला उसे समय अंदर-19 की कोक लाल चंद्र राजपूत Virat Kohli के खेल से बहुत प्रभावित हुए वर्ष 2006 में कर्नाटक के खिलाफ रणजी खेलते समय विराट के लिए एक बहुत दुखद खबर आई ब्रेनस्टॉर्म के कारण लंबे समय से बीमार उनके पिता का देहांत हो गया था

विराट ने मैच नहीं रोका उन्होंने उसे मैच में 90 रन की नाबार्ड पारी खेली बाद में अपने पिता के अंतिम संस्कार के लिए दिल्ली गए उन्होंने सबसे पहले अपनी कर्तव्य को रखा चलता है कि विराट मानसिक तौर पर कितने मजबूत हैं इसलिए भी अंडर प्रेशर गेम में हमेशा उम्दा एवं आकर्षक प्रदर्शन देते हैं

विराट ने अपने इंटरव्यू में कहा मैंने अपने जीवन में बहुत कुछ देखा मैंने युवा दिनों में ही अपने पिता को खो दिया था वह समय मेरे और मेरे परिवार के लिए काफी मुश्किल था आज भी उसे समय को याद करते हुए मेरी आंखें नम हो जाती हैं मेरे पिता ही मेरे लिए सबसे बड़ा शहर थे वही थे जो रोज मेरे साथ खेलते थे आज भी कभी-कभी मुझे उनकी कमी महसूस होती है

अब विराट को उनके बिना ही आगे का सफर तय करना था वर्ष 2007 में विराट ने श्रीलंका में श्रीलंका और बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के लिए यहां उन्होंने पांच मैच में 146 रन बनाए जिसके साथ में दूसरे नंबर के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने

फरवरी वर्ष 2008 मेंविराट अंदर-19 टीम के कप्तान बने नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 47 के औसत से 6 माचो में 234 रन बनाए जिसमें वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक भी शामिल है टूर्नामेंट के दौरान सूझबूझ से गेंदबाजी करने के लिए उनकी भरपूर प्रशंसा की गई

अगस्त 2008 में विराट को भारतीय टीम में श्रीलंका एवंपाकिस्तान के खिलाफ होने वाली चैंपियनशिप के लिए टीम में शामिल किया गया पाकिस्तान सीरीज के दौरान सचिन और वीरेंद्र दोनों ही ओपनर घायल थे जिस वजह से कोहली को ओपनर के रूप में उतर

गया यहां विराट ने करियर का पहला वनडे अर्धशतक लगाया उन्होंने अंतरराष्ट्रीय खेल में मात्र 19 साल की उम्र में कदम रख दिया था वर्ष 2009 में इमर्जिंग प्लेयर्स टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलिया में कोहली ने भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फाइनल में कोहली ने भारत को 47 रनों से जीत दिलाई वर्ष 2009 में युवराज सिंह के घायल हो जाने के बाद कोहली ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए खेल 

विराट की तुलना अक्सर ही मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से की जाती है और माना जा रहा है कि अगर वह इसी गति से आगे बढ़ते रहे तो एक दिन सचिन के सर्वाधिक रनों के स्कोर को अवश्य ही तोड़ देंगे विराट का कहना है

दुनिया की कोई भी टीम अपनी जीत के लिए एक या दो खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं करती जीत के पीछे सभी खिलाड़ियों का सहयोग होता है इन्हीं विचारों के कारण आज उन्हें एक सफलतम कप्तान के रूप में सरह जा रहा है Virat Kohli बहुत पॉपुलर खिलाड़ी है

और यही कारण है कि इन्हें बहुत से कमर्शियल विज्ञापन में काम करने का मौका मिल रहा है विराट मिंत्र शॉप के ब्रांड एंबेसडर भी हैं यही नहीं विराट के चर्चे बॉलीवुड की दुनिया में भी काम नहीं है अक्सर ही विराट और जॉनी- अभिनेत्री अनुष्का शर्मा के रिश्ते न्यूज़ चैनल एवं मक्कारी दुनिया में छाए रहते हैं वर्ष 2015 में विराट और अनुष्का ने अपने रिश्तों को सभी के सामने उजागर किया था जिसके बाद यह जोड़ी मीडिया के द्वारा सुर्खियों पर छाई रही वर्ष 2016 में यह भी सुनने में आया कि अब यह रिश्ता टूट चुका है

उसके बाद विराट के प्रदर्शन को लेकर काफी दिनों तक गर्म गर्मी बनी रही पिछले कुछ समय सेसाथ में देखा जा रहा है हाल ही में इन्हें क्रिकेटर जल्दी शादी के बंधन में बन सकता है विराट कहते हैं जो भी तुम चाहते हो वह करो पूरी शिद्दत और परिश्रम के साथ करो बहुत सी बातें तुम्हारा मन विचलित करेंगे लेकिन तुम उसे तरफ ध्यान मत दो अगर तुम खुद के साथ सच्चे हो तो विश्वास करो तुम्हें सफलता जरूर मिलेगी इसी जज्बे के साथ भारतीय क्रिकेट का उमड़ा भविष्य कहे जाने वाले विराट का सफर यूं ही कामयाबी की बुलंदियों को छूता रहे यही हमारी और उनके शुभचिंतकों की शुभकामनाएं

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